धमकाना बंद करें, जब गलत नहीं किया तो जांच से डर क्यों; LG के लीगल नोटिस पर 'आप' का जवाब

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दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने सोमवार को आम आदमी पार्टी (आप) के नेताओं को लीगल नोटिस भेजा है। एलजी ने 'आप' नेताओं पर कथित तौर पर झूठे आरोपों के जरिए उनकी छवि खराब करने का आरोप लगाया है। वहीं, लीगल नोटिस के जवाब में 'आप' का कहना है कि एलजी उन्हें डराना बंद करें और जांच कराकर दिखाएं।

'आप' ने एलजी के लीगल नोटिस के जवाब में सोमवार शाम को बयान जारी किया है। 'आप' ने कहा कि अगर उन्होंने कुछ गलत नहीं किया है तो वह सीबीआई के छापे और जांच से इतना क्यों डरते हैं? वह स्वतंत्र जांच के लिए खुद को पेश क्यों नहीं करते? उन्हें लोगों को धमकाना बंद कर देना चाहिए।

सक्सेना ने 'अपमानजक' आरोपों को लेकर 'आप' नेताओं को कानूनी नोटिस भेजा एलजी सक्सेना ने खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) के अध्यक्ष के तौर पर उनके कार्यकाल के दौरान उन पर कथित 1400 करोड़ रुपये के घोटाले में संलिप्तता के झूठे और अपमानजनक आरोप लगाने को लेकर सोमवार को 'आप' के नेताओं आतिशी, दुर्गेश पाठक, सौरभ भारद्वाज, संजय सिंह और जैस्मीन शाह सहित अन्य को लीगल नोटिस भेजा है। नोटिस में उन्हें एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करने के लिए कहा गया है, जिसमें पार्टी के सभी सदस्यों और इससे प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े सभी व्यक्तियों को निर्देश दिया जाए कि वे झूठे, मानहानिकारक, दुर्भावनापूर्ण और निराधार बयान फैलाने और प्रसारित करने से दूर रहें। लीगल नोटिस में 'आप' नेताओं को नोटिस प्राप्ति के 48 घंटों के भीतर इसमें कही गई बातों का पालन करने के लिए कहा गया है।


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