अंडा और जिंदा मोंगरी मछली की बलि देकर पूरी हुई बस्तर दशहरा की महत्वपूर्ण रस्म डेरी गढ़ई

feature-top
विश्व प्रसिध्द बस्तर दशहरा की दूसरी महत्वपूर्ण रस्म डेहरी गड़ाई रस्म सिरासार भवन में पूरी की गई. करीब 700 सालों से चली आ रही इस परम्परानुसार बिरिंगपाल से लाई गई सरई पेड़ की टहनियों को एक विशेष स्थान पर स्थापित किया गया. विधि विधान पूर्वक पूजा अर्चना कर इस रस्म कि अदायगी के साथ ही रथ निर्माण के लिए माई दंतेश्वरी से आज्ञा ली गई. इस मौके पर जनप्रतिनिधियों सहित स्थानीय लोग भी बड़ी संख्या मे मौजूद रहे. इस रस्म के साथ ही विश्व प्रसिध्द दशहरा रथ के निर्माण की प्रक्रिया शुरू करने के लिए लकड़ियों का लाना शुरू हो जाता है.
feature-top