देश की अन्य भाषाओं की मित्र है हिन्दी -अमित शाह

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केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, "मैं एक बात बहुत स्पष्ट कर देना चाहता हूं। कुछ लोग यह अफवाह फैला रहे हैं कि हिंदी और गुजराती, हिंदी और तमिल, हिंदी और मराठी प्रतिस्पर्धी हैं। हिन्दी देश की किसी अन्य भाषा की प्रतियोगी नहीं हो सकती। आपको यह समझना चाहिए कि हिंदी देश की सभी भाषाओं की मित्र है।

गौरतलब है कि अमित शाह की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब विशेष रूप से दक्षिण भारत के राज्यों में तीखी बहस चल रही है कि केंद्र देश के गैर-हिंदी भाषी लोगों पर हिंदी थोपने की कोशिश कर रहा है।


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