धर्मजीत सिंह ने हत्या की आशंका जताई

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विधायक धर्मजीत सिंह ने सोमवार को कहा, पहले क्या हुआ यह मैं नहीं जानता लेकिन अब मुझ पर कातिलाना हमले होंगे। मेरी हत्या भी कराई जा सकती है। रायपुर प्रेस क्लब में लोरमी विधायक धर्मजीत सिंह और बलौदा बाजार विधायक प्रमोद शर्मा एक साथ आए। धर्मजीत सिंह ने कहा, उनकी पत्नी विशुद्ध रूप से गृहिणी हैं। उनका मेरी राजनीति से कोई लेना-देना भी नहीं है। इसके बाद भी 28 अगस्त को अमित जोगी ने उनकी पत्नी को फोन किया। बदतमीजी की जितनी सीमा वे लांघ सकते थे, वह लांघी। मेरी पत्नी के साथ गंदे शब्दों का इस्तेमाल किया। उनके साथ बातचीत में मेरे प्रति भी गंदे शब्दों का इस्तेमाल किया। उनकी नाराजगी इस बात की थी कि अमित शाह के कार्यक्रम में मैं और प्रमोद शर्मा क्यों गए थे। अगर कोई बात थी तो यह मुझसे करनी चाहिए थी।

इस बातचीत के बाद अमित जोगी ने वॉट्सएप पर एक संदेश भेजा। लिखा- मुझे सूचना मिली है कि स्वर्गीय अजीत जोगी जी की पार्टी के दो विधायक धर्मजीत सिंह और प्रमोद शर्मा ने कल अमित शाह से मिलकर उनके साथ विलय करने की पेशकस की है। अमित शाह ने उनकी इस पेशकस को सिरे से खारिज कर उसकी जानकारी मुझे दी है। क्योंकि भाजपा को ज्ञात है कि बिना जोगी के दोनों तथाकथित हीरो, जीरो हैं। ऐसे गद्दारों को मैं पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष की हैसियत से तत्काल पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से बर्खास्त करता हूं।

सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशानुसार विधानसभा अध्यक्ष को दोनों विधायकों को विधानसभा की सदस्यता से तत्काल मुक्त करना पड़ेगा। आठ सितम्बर को अमित जोगी ने एक और संदेश भेजा। लिखा-मम्मी की अचानक तबीयत बिगड़ने के कारण भावना में बहकर आपसे कुछ अनुचित बात हो गई। उसके लिए मैं सदैव आपका क्षमा प्रार्थी रहुंगा। पापा के बाद आप ही हमारे परिवार के मुखिया है। आशा करता हूं कि आप मेरी गलती को क्षमा करेंगे।

सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशानुसार विधानसभा अध्यक्ष को दोनों विधायकों को विधानसभा की सदस्यता से तत्काल मुक्त करना पड़ेगा। आठ सितम्बर को अमित जोगी ने एक और संदेश भेजा। लिखा-मम्मी की अचानक तबीयत बिगड़ने के कारण भावना में बहकर आपसे कुछ अनुचित बात हो गई। उसके लिए मैं सदैव आपका क्षमा प्रार्थी रहुंगा। पापा के बाद आप ही हमारे परिवार के मुखिया है। आशा करता हूं कि आप मेरी गलती को क्षमा करेंगे।

उसके बाद रेणु जोगी का मैसेज आया। उन्होंने लिखा - आज के घटनाक्रम के लिए मैं अपने परिवार की ओर से हार्दिक खेद प्रकट कर रही हूं। अमित के दुर्व्यवहार के लिए मैं स्वयं बहुत दुखी और शर्मिंदा हूं। आपसे माफी मांगती हूं। आशा है आप हमें क्षमा करेंगे। इन सब बातों पर पर्दा डालने के लिए अमित जोगी ने मुझपर सांठगांठ का आरोप लगाया है। मैंने तो उसी दिन तय कर लिया था कि ऐसे लोगों से बातचीत करना अथवा वास्ता रखना ठीक नहीं है। धर्मजीत सिंह ने कहा, अब उस पार्टी में गिने-चुने दो-तीन लोग बचे हैं। जितनों को निकालना है निकाल लो।


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