संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में रूस-यूक्रेन युद्ध पर क्या बोले विदेश मंत्री जयशंकर

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भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अपना भाषण की शुरुआत रूस-यूक्रेन युद्ध से की.

उन्होंने कहा कि यूक्रेन संघर्ष पुरी दुनिया के लिए चिंता का विषय है. संघर्ष का असर दूर-दराज़ के इलाकों में भी महसूस किया जा रहा है. हम सभी ने इसके चलते बढ़ती कीमतों, खाने पीने की चीजों, फर्टिलाइजर और फ्यूल की कमी का अनुभव किया है.

एस जयशंकर ने कहा, "मानवाधिकारों या अंतरराष्ट्रीय कानून के उल्लंघन को उचित नहीं ठहराया जा सकता. जहां कहीं भी इस तरह की घटना होती है तो वहां ज़रूरी है कि उसकी निष्पक्ष और स्वतंत्र तरीके से जांच की जाए. बूचा में हत्याओं के संबंध में हमने यही किया था."

संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने अप्रैल महीने में बूचा से आईं ख़बरों को भीतर तक परेशान करने वाला बताया था और संयुक्त राष्ट्र से मामले की स्वतंत्र जांच की मांग की थी.

एस जयशंकर ने कहा कि समय की मांग है कि संघर्ष को ख़त्म किया जाए और बातचीत को फिर से शुरू किया जाए. ये काउंसिल कूटनीति की सबसे शक्तिशाली प्रतीक है.

इसके अलावा उन्होंने यूनाइटेड नेशन सिक्योरिटी काउंसिल में पाकिस्तान आधारित आतंकवादियों की सूची पर रोक लगाने के लिए चीन पर हमला भी किया.


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