कटप्पा, गद्दार और गदर...उद्धव बनाम शिंदे की लड़ाई में जमकर चले शब्दभेदी बाण, सियासी अखाड़ा बनी दशहरा रैली

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महाराष्ट्र की दो दशहरा रैलियां बुधवार को सियासी अखाड़े में तब्दील हो गईं। उद्धव ठाकरे बनाम एकनाथ शिंदे की लड़ाई में जमकर शब्दभेदी बाणों का इस्तेमाल हुआ। ठाकरे ने शिंदे खेमे को 'देशद्रोही' करार दिया। शिंदे ने भी उद्धव पर पलटवार करते हुए उन्हें हिंदुत्व से गद्दारी करने वाला कहा। मुंबई के प्रतिष्ठित शिवाजी पार्क मैदान में वार्षिक दशहरा रैली को संबोधित करते हुए, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे और उनके समर्थकों को "देशद्रोही" करार दिया। शिवसेना अध्यक्ष ने कहा कि उन (शिंदे) पर लगा ‘विश्वासघाती’ का कलंक कभी नहीं मिटेगा। शिवसेना अध्यक्ष ठाकरे ने शिंदे पर निशाना साधते हुए कहा, “समय बदलता है, रावण का चेहरा भी बदलता है। जब मेरी तबीयत खराब थी और मेरी सर्जरी हुई थी तो मैंने उन्हें (शिंदे) जिम्मेदारी दी थी। लेकिन उन्होंने यह सोचकर मेरे खिलाफ साजिश रची कि मैं फिर कभी अपने पैरों पर खड़ा नहीं होऊंगा।” इसी साल जून में शिंदे के विद्रोह ने राज्य में ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी सरकार को गिरा दिया था।
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