बढ़ रहा है वैश्विक मंदी का ख़तरा: आईएमएफ़

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अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष का कहना है कि वैश्विक मंदी का ख़तरा बढ़ रहा है.

आईएमएफ़ की प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जॉर्जीवा ने कहा है कि यूक्रेन पर रूस के आक्रमण और कोविड महामारी से पैदा हुए हालात के कारण अर्थव्यवस्था को लेकर अनुमान बहुत अच्छे नहीं है.

उन्होंने कहा कि आईएमएफ़ विकास दर के अपने मौजूदा अनुमान 2.9 प्रतिशत को और कम करेगा.

विकास दर का नया अनुमान अगले सप्ताह जारी किया जाएगा.

जॉर्जीवा ने कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था को स्थिर करने के लिए काम शुरू करना अब ज़रूरी हो गया है.

उन्होंने कहा महंगाई जैसे सबसे अहम मुद्दों से निपटने के लिए प्रयास किए जाने चाहिए.

उन्होंने कहा कि मौजूदा नाज़ुक स्थिति को सामान्य मानने की गलती नहीं की जानी चाहिए.

जॉर्जीवा ने कहा की नीति निर्माताओं को एक साथ आकर काम करना चाहिए ताकि ये नाज़ुक स्थिति का ख़तरनाक़ सामान्य स्थिति ना बन जाए.

उन्होंने कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था को लेकर दृष्टिकोण अंधकारमय है और वैश्विक मंदी का ख़तरा बढ़ता जा रहा है.


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