भारत जैसे बाजार ग्लोबल इन्वेस्टर्स के लिए इस समय बेहतरीन, पैसे लगाने से होगी अच्छी कमाई

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जब कभी ग्लोबल इकोनामी में मंदी आती है, उभरते बाजारों पर उसका सबसे अधिक असर देखा जाता है. डीएसपी इन्वेस्टमेंट मैनेजर के प्रोडक्ट हेड साहिल कपूर ने कहा है कि भारत जैसी उभरती अर्थव्यवस्था वाले देशों पर ग्लोबल आर्थिक मंदी का सबसे अधिक असर देखा जाता है. यहां बाजार में उतार-चढ़ाव बढ़ जाता है. जब ग्लोबल लेवल पर मौद्रिक नीतियां कड़ी की जाती हैं, उसका भी विकासशील देशों के बाजार पर काफी असर पड़ता है.

ग्लोबल आर्थिक मंदी के दौर में उभरती अर्थव्यवस्था की जीडीपी ग्रोथ में काफी समस्या आती है. इस समय दुनिया के सामने इसी तरह की स्थितियां मौजूद हैं. अमेरिका में महंगाई चार दशक के उच्च स्तर पर है और इस वजह से केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में कई बार आक्रामक तरीके से वृद्धि की है. इसका मतलब यह है कि भारत जैसी उभरती अर्थव्यवस्था के सामने चुनौतियां बढ़ने वाली हैं. अगर बात दुनिया भर में चरम पर पहुंच चुकी महंगाई की करें तो कपूर ने कहा, "जुलाई में एक रिपोर्ट आई थी जिसमें कहा गया था कि महंगाई धीरे-धीरे काबू में आने लगेगी. महंगाई के पीछे तीन बड़ी वजह हैं- एग्रीकल्चर कमोडिटी, बेस मेटल और ऑयल एंड गैस. इसके साथ ही अमेरिकी हाउसिंग मार्केट भी महंगाई में बड़ी भूमिका निभा रहा है."


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