पहले भी बदनाम हुआ है चिप्स ऐसे घोटालों में...

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चिप्स ऐसे घोटालों के लिए पहले भी बदनाम हुआ है। पूर्ववर्ती भाजपा सरकार में यहां ई-टेंडर घोटाला हुआ था। नियंत्रक और महालेखा परीक्षक की रिपोर्ट में सामने आया था कि अफसरों ने रिंग बनाकर टेंडर अपने चहेतों में ही बांट दिए हैं। कैग की रिपोर्ट में सामने आया कि 17 विभागों के लिए जिस कम्प्यूटर का इस्तेमाल का ई-टेंडर जारी किया गया उसी कम्प्यूटर से टेंडर भरे भी गये। ऐसा एक हजार 921 टेंडर के साथ हुआ। इसकी रकम चार हजार 601 करोड़ रुपए से अधिक थी। कांग्रेस सरकार ने सत्ता संभालते ही इसकी जांच के लिए एक एसआइटी का गठन किया। लेकिन इसकी जांच कभी परवान नहीं चढ़ पाई।
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