चीन के कर्ज़ के बोझ तले दबे पाकिस्तान को शहबाज़ शरीफ़ कुछ दिला पाए?

feature-top

चीन के नेता के रूप में तीसरी बार शी जीनपिंग के चुने जाने के बाद, शहबाज़ शरीफ़ दुनिया के पहले ऐसे नेता हैं, जो चीन के दौरे पर पहुँचे हैं.

शरीफ़ के इस दौरे की वैसे तो प्रतीकात्मक अहमियत है. लेकिन, जानकारों का मानना है कि शहबाज़ शरीफ़ असल में चीन इसलिए गए हैं, ताकि वो चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे के रुके हुए काम को दोबारा शुरू करा सकें.

उनके दो दिनों के चीन दौरे का एक बड़ा मक़सद, चीन से लिए क़र्ज़ को लौटाने में कुछ रियायत हासिल करना भी है.

शहबाज़ शरीफ़ और राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मुलाक़ात के बाद जो बयान जारी किया गया, उसमें चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे को पूरा करने की रफ़्तार तेज़ करने और इसका विस्तार करने की मज़बूत इच्छाशक्ति जताई गई है.


feature-top