37 लाख 50 हजार हेक्टेयर में हो चुकी खरीफ फसलों की बुआई

feature-top

राज्य में खरीफ फसलों की बुआई अंतिम चरण में पहुंच गई है। कृषि विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार अब तक धान, अन्य अनाज के फसलों सहित तिलहन और साग-सब्जी की बुआई 37 लाख 50 हजार 140 हेक्टेयर में हो चुकी है, जो कि चालू खरीफ सीजन के लिए निर्धारित बोआई के लक्ष्य का 78 प्रतिशत है। अब तक राज्य में 31 लाख 46 हजार हेक्टेयर में धान, एक लाख 89 हजार 190 हेक्टेयर में मक्का, 49 हजार हेक्टेयर में कोदो, कुटकी एवं रागी, एक लाख 52 हजार 220 हेक्टेयर में दलहन, 84 हजार 750 हेक्टेयर में तिलहन तथा एक लाख 19 हजार 180 हेक्टेयर रकबे में साग-सब्जी एवं अन्य फसले तथा 9 हजार 670 हेक्टेयर में गन्ने की बुआई पूरी कर ली गई है।

 

राज्य में खरीफ सीजन 2023 में 48 लाख 20 हजार हेक्टेयर रकबे में खरीफ फसलों की बुआई का लक्ष्य है, जिसमें 36 लाख हेक्टेयर में धान, 4 लाख एक हजार हेक्टेयर में मक्का सहित कोदो-कुटकी, रागी की फसलें, 4 लाख 48 हजार 180 हेक्टेयर में दलहन, 3 लाख 60 हजार हेक्टेयर में तिलहन तथा 2 लाख 9 हजार हेक्टेयर में तिलहन तथा 2 लाख 50 हजार हेक्टेयर में साग-सब्जी एवं अन्य फसलों की खेती का लक्ष्य निर्धारित है। निर्धारित लक्ष्य के विरूद्ध अब तक धान की बोता-बोनी 24 लाख 70 हजार 210 हेक्टेयर में की जा चुकी है। इसी तरह राज्य में 6 लाख 75 हजार 870 हेक्टेयर में धान का रोपा लगाया गया है। धान की बोता और रोपा बोनी को मिलाकर कुल 31 लाख 46 हजार हेक्टेयर में धान की बुआई हो चुकी है, जो कि धान बोनी के लक्ष्य का 87 प्रतिशत है।  

 

दलहन फसलों के अंतर्गत अरहर की बोनी 78 हजार 610 हेक्टेयर में, मूंग की 7 हजार 820 हेक्टेयर में, उड़द की 65 हजार 500 तथा कुल्थी की बोनी 290 हेक्टेयर में हो चुकी है, जो कि दलहनी फसलों के लिए निर्धारित 3 लाख 60 हजार हेक्टेयर बोनी के लक्ष्य का 42 प्रतिशत है।  

 

इसी तरह खरीफ सीजन 2023 में तिलहन फसलों के अंतर्गत अब तक राज्य में 40 हजार 460 हेक्टेयर में मूंगफली, 11 हजार 410 हेक्टेयर में तिल, 31 हजार 540 हेक्टेयर में सोयाबीन, 1160 हेक्टेयर में रामतिल, 180 हेक्टेयर में सूरजमुखी एवं अरण्डी की बोनी हो चुकी है, जो कि तिलहन फसलों की बोनी के लक्ष्य का 41 प्रतिशत है। साग-सब्जी एवं अन्य फसलों की बोनी एक लाख 19 हजार 180 हेक्टेयर में की गई है, जो निर्धारित लक्ष्य का 48 प्रतिशत है।

*छत्तीसगढ़ में 25 नवीन पशु औषधालय और 17 नवीन पशु रोग अनुसंधान प्रयोगशाला होंगी प्रारंभ* 

 

रायपुर, 05 अगस्त 2023/मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने राज्य में पशुधन के संरक्षण और संवर्धन के लिए चालू बजट में अनेक प्रावधन किये है। इससे राज्य के किसानों और पशुपालकों को पशुओं के उपचार और कृत्रिम गर्भाधान सहित विभिन्न प्रकार की सुविधाएं मिलेगी। ग्रामीणों को कृषि के साथ-साथ पूरक आय के स्त्रोत जैसे डेयरी, बकरी, सुकर, कुक्कुट व्यवसाय को अपनाने में सुविधा होगी। राज्य सरकार द्वारा बजट में 25 नवीन पशु औषधालय प्रारंभ करने का प्रावधान रखा गया है। इन नवीन पशु औषधालयों के प्रारंभ होने से इनकी संख्या 835 से बढ़कर 860 हो जाएगी। इसी प्रकार 17 नवीन पशु रोग अनुसंधान प्रयोगशालाओं की स्थापना के बाद इनकी संख्या बढ़कर 33 हो जाएगी।

 

पशुओं की स्वास्थ्य सुरक्षा,समयबद्व टीकाकरण,बधियाकरण की सुविधाएं बढ़ाने के लिए इस वर्ष के बजट में रायपुर जिले के ग्राम दतरेंगा में 2 करोड़ 18 लाख 50 हज़ार रुपए की लागत से राज्य पशु गृह एवं पशु रुग्णावास निर्माण का प्रावधान किया गया है। इसी तरह पशु उपचार की सुविधा बढ़ाने के लिए 2 करोड़ 85 लाख रुपए की लागत से 25 नए पशु औषधालय का प्रावधान किया गया है। इनमें बालोद जिले के ग्राम दुधली, बलौदाबाजार-भाटापारा जिले के सुहेला और बालपुर, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिले के खोडरी, राजनांदगांव जिले के दैहान, उमरवाही एवं सोनेसरार, कोरबा जिले के सिल्ली एवं नोन बिर्रा, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले के बगरकट्टा, जांजगीर-चांपा जिले के टेमरा, दुर्ग जिले के फुण्डा, कबीरधाम जिले के जुनवानी, बेमेतरा जिले के मौहाभाटा एवं खाती शामिल हैं। इसी प्रकार बस्तर जिले घाट लोहंगा, मधोता, लावागांव मोहलई, छोटे देवड़ा एवं सिरिसगुड़ा, सरगुजा जिले के बड़ाबदामी एवं गगोली, बीजापुर जिले के मिरतुर, सूरजपुर जिले के छतरंग तथा बलरामपुर जिले का भंवरमाल शामिल है। 

 

इसके अलावा बजट में 17 नवीन पशु रोग अनुसंधान प्रयोगशालाओं की स्थापना का प्रावधान होने से इनकी संख्या बढ़कर 33 हो जाएगी। नए पशु रोग अनुसंधान प्रयोगशालाएं बलौदाबाजार, बालोद, बेमेतरा, मुंगेली, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही, खैरागढ़़-छुईखदान-गंडई, सारंगढ़-बिलाईबढ़, मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी, मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर, सक्ती, गरियाबंद, बलरामपुर, सुरजपुर, कोण्डागांव, सुकमा, बीजापुर, एवं नारायणपुर में प्रारंभ की जायेगी।


feature-top