राज्य को स्वच्छ एवं सुंदर बनाने के लिए लोगों ने स्वच्छता अभियान में दी भागीदारी

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राज्य को स्वच्छ एवं सुंदर बनाने के महासंकल्प के साथ आज पूरे प्रदेश में स्वच्छता ही सेवा पखवाड़े का आगाज हुआ। प्रदेशभर के 169 शहरों के जनप्रतिनिधियों, प्रशासन के अधिकारी-कर्मचारियों, सामाजिक संगठनों तथा बड़ी संख्या में आम नागरिकों ने अपने आसपास की सफाई के लिए श्रमदान कर एकजुटता दिखाई। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के आह्वान पर प्रदेशभर के लोग स्वच्छता श्रमदान अभियान से जुड़े और इसे सफल बनाया। 

प्रदेश में सभी शहरों में सुबह से ही लोग उत्साह के साथ अपने आसपास के इलाके की साफ-सफाई के लिए जुटे रहे। स्कूली बच्चों ने स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक करने रैली निकाली और स्वच्छता ही सेवा का संदेश भी दिया। सामाजिक संगठनों ने भी शहर को स्वच्छ बनाने के लिए लोगों से प्लास्टिक का उपयोग न करने, कचरा न फैलाने और अपने आसपास स्वच्छता बनाए रखने की अपील की।

 

महात्मा गांधी के स्वच्छता को लेकर दिखाए मार्ग पर चलते हुए छत्तीसगढ़ को लगातार स्वच्छतम राज्य का पुरस्कार प्राप्त हुआ है, जिससे स्वच्छता का छत्तीसगढ़ मॉडल सफल हो रहा है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल का मानना है कि स्वच्छता केवल एक दिन का विषय नहीं है बल्कि यह हमारे जीवन से जुड़ी सबसे प्रमुख जिम्मेदारी है। सामूहिक रूप से यह जिम्मेदारी निभाकर हम महात्मा गांधी के स्वच्छता के संकल्प और उद्देश्य को साकार कर पाएंगे। 

 

प्रदेश के राजधानी रायपुर से लेकर बलरामपुर, सुकमा और राजनांदगांव से लेकर महासमुंद तक सभी जिलों में आज स्वच्छता महाभियान उत्साह के साथ मनाया गया। जिला प्रशासन के अधिकारी-कर्मचारियों ने सुबह से ही अपने वार्डाें के सार्वजनिक स्थल, व्यावसायिक परिसर, कार्यालयों, हाट-बाजार, स्कूल-कॉलेज, कृष्ण कुंज सहित सांस्कृतिक और धार्मिक स्थलों पर साफ-सफाई का अभियान चलाया। इस दौरान आम नागरिकांे ने स्वतःस्फूर्त अभियान में अपनी भागीदारी निभाई और स्वच्छता के साथ पर्यावरण संरक्षण का भी संकल्प लिया। लोगों ने कहा कि स्वच्छ प्रकृति और स्वच्छ वातावरण से ही जीवन को सुखमय बनाया जा सकेगा।

 

इस मौके पर कई जिलों में सांस्कृतिक और रचनात्मक गतिविधियों के साथ विभिन्न प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया। नगरीय प्रशासन विभाग द्वारा स्वच्छता अभियान को लेकर किए गए नवाचारी पहल को भी लोगों ने सराहा। लोगों ने उत्साह के साथ साफ-सफाई करते हुए तस्वीरें निकाय के पोर्टल और स्वच्छ भारत, छत्तीसगढ़ मॉडल हैशटैग के साथ सोशल मीडिया में साझा की। घर-घर से कचरा इकट्ठा करने वाली दीदियों ने 01 तारीख को स्वच्छता के लिए एक घंटा श्रमदान का निमंत्रण दिया था, जिससे लोगों की भारी भीड़ जुटी।


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