पश्चिम बंगाल: बीजेपी के हिंदुत्व की काट में TMC ने चला "बंगाली गौरव' का दांव"

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बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस ने फैसला किया है कि पार्टी "बंगाली गौरव" का आह्वान करके भाजपा के हिंदुत्व की राजनीति का मुकाबला करेगी। पार्टी सुप्रीमो ममता बनर्जी के सुर में सुर मिलाते हुए टीएमसी नेताओं ने भाजपा को बार- बार 'बाहरी' लोगों की पार्टी कहकर हमला करना शुरू कर दिया है. बीजेपी ने राज्य में पार्टी के चुनाव अभियान का मैनेजमेंट संभालने के लिए अपने आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय को भेजा है तो वहीं तृणमूल कांग्रेस ने अपने मंत्री ब्रात्य बसु को मैदान में उतार दिया।ब्रात्य बसु रंगमंच और फिल्म जगत के जानेमाने चेहरे हैं जिनकी बंगाल के सांस्कृतिक जगत में भी काफी प्रतिष्ठा है। उन्होंने सिंगूर और नंदीग्राम की घटनाओं के दिनों में ममता बनर्जी के "परि वर्तन' का समर्थन किया और सक्रिय राजनीति में शामिल होने का संकल्प लिया था। मंत्री ब्रात्य बसु ने सवाल उठाते हुए कहा, “बीजेपी ने बंगाल के अपने किसी सांसद को पूर्ण कैबिनेट बर्थ क्यों नहीं दी है? उनका एकमात्र उद्देश्य बंगालियों को नियंत्रित करना है ताकि हम उनके अधीन रहें. क्या हालात इतने खराब हैं कि बंगाल और बंगाली उनके आगे झुक जाएंगे? क्या बंगालियों को दूसरे राज्यों के नेताओं को स्वीकार करना चाहिए जिन्हें हम पर थोपा जाए?” बसु ने कहा, “क्या वे यूपी या गुजरात में एक भी ऐसा मंत्री बता सकते हैं जिसका सरनेम- चटर्जी, बनर्जी, सेन या गांगुली हो? क्योंकि वे वहां रहने वाले बंगालियों को अपना नहीं मानते! वहां बंगाली बाहरी समझे जाते हैं.”
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