तिल्दा नेवरा जिला पंचायत क़ृषि समिति के सभापति राजू शर्मा ने किया ग्राम पंचायत कठिया, छड़ियां, मोहगांव, व सतभावा में समर्थन मूल्य में धान खरीदी का शुभारम्भ

feature-top
तिलदा नेवरा, आज दिनांक 01/12/2020 जिला पंचायत कृषि समिति के सभापति राजू शर्मा ने छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा वर्ष 2020-21 छत्तीसगढ़ में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का महाअभियान का शुभारंभ ग्राम कठिया, छड़िया, सतभांवा व ग्राम मोहगाव मे किया, इस अवसर पर कठिया के किसान खेदु राम वर्मा, भरूवाडीह के किसान दौलत वर्मा, पचदेवरी से पीताम्बर सोनवानी को गमछा भेट कर व मिठाई खिलाकर शुभारंभ किया गया, जिसमे समिति के अध्यक्ष सरदार अमरजीत सिंह धालीवाल, उपाध्यक्ष शिव कुमार वर्मा, पूर्व अध्यक्ष रवीन्द्र बघेल, सदस्यगण शिवकुमार साहू,नोहर टंडन, परसू यदु, हेमंत वर्मा, हेमंत टिकारिया, अशोक वर्मा, श्रीमति जमुना साहू, रिसब्या वर्मा, नरेश वर्मा, समिति प्रबन्धक घनश्याम साहू व सभी कर्मचारी, व बड़ी संख्या मे किसान उपस्थित थे, ग्रामीण सहकारी सेवा समिति मर्यादित कठिया प क्र 414 के वर्ष 2019-20 मे कुल पंजीकृत किसान 992, कुल रकबा 1241.652 हेक्टेयर, जिसमे खरीदी की मात्रा 42768.80 क्विंटल खरीदा गया, वर्ष 2020-21 मे पंजीकृत किसान 1057 रकबा 1238.389 हेक्टेयर, संभावित खरीदी मात्रा 45866.244 क्विंटल है, इस अवसर पर उन्होने कहा की इसके लिए खाद्य और कृषि विभाग दोनों ने अपने-अपने मुख्यालयों में कंट्रोल रूम बनाए हैं, जो अगले 61 दिनों तक चौबीस घंटे काम करेंगे। यहां से धान की तस्करी समेत अन्य सभी गड़बड़ियों के साथ किसानों की समस्याओं पर निगाह रखी जाएगी। किसानों को तकलीफ से बचाने के लिए इस बार 2305 खरीदी केन्द्र बनाए गए हैं। वहीं पिछले साल की तुलना में इस साल दो लाख 45 हजार ज्यादा किसानों ने पंजीयन कराया है। इस बार सरकार ने 90 लाख मीट्रिक टन खरीदी का लक्ष्य रखा है। सीएम भूपेश बघेल ने अफसरों से कहा है कि धान खरीदी के दौरान किसानों को किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं होनी चाहिए। खरीदी केन्द्रों में इस बार धान को भींगने से बचाने के लिए चूबतरे बनाए गए हैं। किसानों को पांच बार टोकन दिए जाएंगे। टोकन एक सप्ताह के लिए वैध रहेगा। एक सप्ताह के भीतर भी यदि किसान धान नहीं बेच पाया तो उसे फिर से टोकन दिया जाएगा। प्रदेश में 2017-18 में कुल 56.85 लाख टन धान की खरीदी हुई थी जबकि दो साल में यह आंकड़ा 83.94 लाख टन तक पहुंच गया है। इस बार धान का रकबा 27 लाख 59 हजार 385 हेक्टेयर से अधिक है। जबकि किसानों की संख्या बढ़कर 12 लाख 6 हजार से 18 लाख 38 हजार हो गई है।
feature-top
feature-top
feature-top