बैंकों-जीएसटी के सॉफ्टवेयर में बदलाव:चेक पेमेंट का सिस्टम बदला

feature-top

नया साल शुरू होने के साथ वित्तीय कामों के लिए कई तरह के किए गए हैं। बैंकों के साथ ही वित्तीय संस्थाओं ने नए नियमों के साथ ही सॉफ्टवेयर को भी अपडेट कर दिया है। बैंकों में 50 हजार से ज्यादा की रकम चेक से निकालने पर उसकी पुष्टि दो बार की जाएगी। ऐसे कारोबारी जिनका टर्नओवर हर महीने 50 लाख से अधिक है उन्हें टैक्स की एक फीसदी रकम का भुगतान कैश देना होगा। एलपीजी सिलेंडर साल के पहले दिन ही महंगे हो गए हैं और अब कारों समेत सभी दो पहिया गाड़ियों की कीमत भी 5 फीसदी तक बढ़ गई है। कई नियमों का कारोबारियों के साथ ही आम लोगों ने भी विरोध शुरू कर दिया है।हालांकि सभी नियम केंद्र सरकार की ओर से बदले गए हैं इसलिए केंद्रीय वित्त और वाणिज्य मंत्री को चिट्ठी भी लिखी गई है।

आयकर, सीए और कारोबारी संगठनों के अनुसार जीएसटी में नए रजिस्ट्रेशन को लेकर भी कई बदलाव शुरू हो गए हैं। ऐसा पहली बार हो रहा है जब ई- वे बिल की लिमिट एक दिन में 100 किमी से बढ़कर 200 किमी कर दी गई है।यानी अब 200 किमी तक माल को लाने - ले जाने में ई- वे बिल की जरूरत नहीं होगी। इससे छोटे कारोबारियों का काम आसान होगा।

बैंकों में चेक से होने वाले फ्रॉड को रोकने के लिए डबल चेक सिस्टम पॉजिटिव पे सिस्टम लागू कर दिया गया है। 50 हजार और इसके ऊपर की रकम का भुगतान चेक से करने पर नियम लागू होगा। इस साल से देशभर में लैंडलाइन से मोबाइल पर कॉल करने के लिए मोबाइल नंबर को डायल करने से पहले जीरो लगाना होगा। जीरो नहीं लगाने पर मोबाइल पर कॉल नहीं जाएगा।


feature-top