क्यों इतने प्रख्यात थे नेता माधव सिंह सोलंकी

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माधव सिंह सोलंकी राजनीति में आने से पहले एक पत्रकार थे। वह राज्य में KHAM सिद्धांत के जनक थे। 1980 के दशक में गुजरात में उन्होंने इसी फार्मूले के बल पर कांग्रेस के लिए एक नया वोट बैंक तैयार किया था। KHAM का मतलब Kshatriya, Harijan, Adivasi and Muslim (क्षत्रिय, हरिजन,आदिवासी और मुस्लिम) समाज से था, जो उस समय तक कांग्रेस के परंपरागत वोटर नहीं थे,सोलंकी ने अपनी राजनीतिक कुशलता के साथ 1980 के दशक में राज्य के इन चार वर्गों को जोड़ा और 1985 के विधानसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत के साथ सरकार बनाई थी। 182 सदस्यों वाली गुजरात विधान सभा में तब कांग्रेस को अकेले 149 सीटों पर जीत मिली थी जो एक रिकॉर्ड है। राज्य में और देश में बीजेपी की लहर और नरेंद्र मोदी के करिश्माई चेहरे और अमित शाह जैसे राजनीति के चाणक्य के कुशल संयोग के बावजूद आजतक वह रिकॉर्ड नहीं टूट सका है।


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