दो निगम कर्मियों ने सरकार को लगाया 72 लाख का चुना

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राजधानी में मंगलवार को दो निगम कर्मियों द्वारा अपने परिजनों के नाम से फर्जी डॉक्यूमेंट लगा कर वेतन निकालने का मामला सामने आया है। मामला सिविल लाइन थाना का है।

मिली जानकारी के अनुसार आरोपियों ने अब तक कथित रूप से ₹72 लाख की धांधली की है।

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार रायपुर निगम कर्मी गंगाराम सिन्हा और सरवरी बेगम अपने ही परिजनों के नाम का इस्तेमाल कर फर्जी वेतन ले रहे थे। दोनों यह गोरखधंधा दोनों पिछले 3- 4 सालों से लगातार कर रहे थे।

अभी तक धोकाधडी से दोनों कर्मी सरकार को 72 लाख तक का चूना लगा चुके हैं।

सिविल लाइन थाना प्रभारी आर के मिश्रा के बताया कि दोनों निगम कर्मी अपने ही परिजनों के नाम से फर्जी कर्मचारी कागजात तैयार कर वेतन निकाल रहे थे, निगम कर्मी गंगाराम सिन्हा अपने परिजन देव कुमारी सिन्हा, शुभम सिन्हा और अशोक सिन्हा के नाम का इस्तेमाल कर रहा था वही दूसरी ओर निगम कर्मी सरवरी बेगम अपनी माँ खालिद अख्तर के नाम का इस्तेमाल कर रही थी, दोनों कर्मी यह गोरखधंधा पिछले 3-4 साल से कर रहे थे । अब तक 72 लाख तक की राशि वेतन के रूप में निकलवा चुके है।

आगे उन्होंने ने बताया कि जोन- 3 कमिश्नर प्रवीण सिंह ने इस घोटाले की जानकारी लगभग 1 महीने पहले पुलिस को दी थी जिस पर उनसे 4-5 साल तक का ऑडिट रिपोर्ट मुहैया कराने का अनुरोध किया गया । रविवार को कमिश्नर द्वारा ऑडिट रिपोर्ट जब पुलिस को मिली तब निगम कर्मियों समेत परिजनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई, फिलहाल सभी आरोपी गायब है, पुलिस पता लगा रही है।


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