विधानसभा में धनेन्द्र का आरोप-सोनिया जी ने जिस जगह का शिलान्यास किया गलत तरीके से उसका आबंटन

feature-top
रायपुर - विधानसभा में आज वरिष्ठ कांग्रेस विधायक धनेन्द्र साहू ने आरोप लगाया कि श्रीमती सोनिया गांधी ने जिस जगह पर छत्तीसगढ़ की राजधानी (नया रायपुर) का शिलान्यास किया था वह गलत तरीके से दूसरे को आबंटित कर दी गई है। प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस विधायक धनेन्द्र साहू का सवाल था कि छत्तीसगढ़ प्रदेश में राजधानी निर्माण हेतु शिलान्यास कब और किसके व्दारा किया गया था?जिस भूमि पर शिलान्यास किया गया था क्या उक्त भूमि को नया रायपुर विकास प्राधिकरण व्दारा किसी संस्थान को बिक्री कर हस्तांतरण कर दिया गया है? आवास एवं पर्यावरण मंत्री मोहम्मद अकबर की ओर से जवाब आया कि छत्तीसगढ़ प्रदेश में राजधानी निर्माण हेतु 8 मार्च 2003 को लोकसभा की तत्कालीन नेता प्रतिपक्ष श्रीमती सोनिया गांधी ने शिलान्यास किया था। शिलान्यास भूमि का विक्रय नहीं किया गया है। अपितु उक्त भूखंड वर्तमान में आईआईएम की शर्तों के तहत आबंटन एवं कब्जे में दिए गए 200 एकड़ भूखंड का हिस्सा है। ले आउट में उक्त भूखंड स्थापित स्मारक के रूप में चिन्हांकित है। 9 नवंबर 2011 को उक्त भूखंड का कब्जा आईआईएम को प्रदान किया गया। प्रश्नाधीन भूमि को शासन व्दारा वापस लेने बाबत कोई कार्यवाही नहीं की गई है। 2015-16 तक स्थल की सूरक्षा और सौंदर्यीकरण का कार्य नवा रायपुर अटल नगर विकास प्राधिकरण व्दारा उद्यानिकी विभाग कार्यालय रायपुर के माध्यम से कराया गया। इसके उपरांत 30 सितंबर 2018 तक शिलान्यास का रखरखाव उद्यानिकी विभाग व्दारा आईआईएम के सहयोग से किया गया। 1 अक्टूबर 2018 से रखरखाव एवं सौंदर्यीकरण का कार्य आईआईएम व्दारा किया जा रहा है। धनेन्द्र साहू ने कहा कि सोनिया जी व्दारा जिस स्थल का शिलान्यास किया गया उसका गलत तरीके से आबंटन हुआ है। वह अब आने- जाने का मार्ग भी नहीं रहा। क्या उसे स्वतंत्र कराएंगे? उस स्थल से हम सब की आस्थाएं जुड़ी हुई हैं। मोहम्मद अकबर ने कहा कि बीच में शिलान्यास वाले पत्थर को नई जगह पर स्थापित करने का विचार आया था लेकिन उसे वहां से हटाए जाने पर उसमें दरार आ जाने का खतरा है। फिर भी इसे नई सूरक्षित जगह पर ले जाने पूरा प्रयास करेंगे।
feature-top