हिंसा और महामारी के साए में मतदान

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पश्चिम बंगाल में हाल के दिनों में कोरोना संक्रमण के मामले तेज़ी से बढ़े हैं। शनिवार और रविवार को यहां कोरोना संक्रमण के रिकॉर्ड मामले दर्ज किए गए। यहां शनिवार को यहां संक्रमण 14,281 मामले सामने आए जबकि 59 लोगों की मौत हुई,वहीं रविवार को संक्रमण के 15,889 मामले सामने आए जबकि 57 लोगों की मौत हो गई। महामारी की दूसरी लहर के कारण पैदा हुई स्थिति को देखते हुए चुनाव आयोग ने रोडशो,गाड़ियों की रैली जैसे प्रचार के तरीकों पर पाबंदी लगा दी थी। आयोग ने पांच सौ से अधिक लोगों के एक स्थान पर इकट्ठा होने को लेकर भी रोक लगा दी थी। आयोग का कहना था कि प्रचार के दौरान कोविड- 19 से जुड़े दिशानिर्देशों का उल्लंघन किया जा रहा है। बाद में तृणमूल कांग्रेस कांग्रेस और बीजेपी ने अपनी कई चुनावी रैलियां भी स्थगित कर दी थीं। चुनाव आयोग ने कहा है कि मतदान के जौरान कोविड-19 से जुड़े सभी दिशानिर्देशों का सख़्ता से पालन किया जाएगा. चौथे चरण के मतदान के दौरान कूच बिहार में हिंसा की घटनाएं हुई जिसमें पांच लोगों की मौत हो गई थी. इसके बाद आयोग ने सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाए और प्रचार के दौरान ‘साइलेंस पीरियड’ को 48 घंटों से बढ़ा कर 72 घंटे कर दिया था. सातवें चरण के स्वतंत्र और निष्पक्ष मतदान कराने के लिए चुनाव आयोग ने केंद्रीय सुरक्षाबलों की कम से कम 796 कंपनियां तैनात की हैं


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