रायपुर के 300 वर्ष पुराने कछुवे की मृत्यु, जाने कब और कहां

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छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के सरोना तालाब मे करीब 329 वर्ष के कछुए की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि, कछुआ काफी दिनों से बिमार चल रहा था। वहीं लोगों का कहना है कि, कछुआ गर्मी के चपेट में आ गया था, जिससे उसकी मौत हो गई। उल्लेखनीय है कि, रायपुर स्थित सरोना तालाब अपनी अलग धर्मिक पहचान बनाया हुआ है।यहां पर सास-बहु नामक दो तालाब हैं, जो एक-दूसरे से एक ही स्त्रोत से जुड़े हुए हैं। ऐसी मान्यता है कि, बरसात के दिनों में जब इन तालाबों में बाढ़ आती है, तब ये दोनों तालाब मनुष्यों की भांति एक-दूसरे की मदद करते हैं। साथ ही इन तालाबों में निवासरत मछलियों और कछुओं को नहीं पकड़ा जाता और ना ही उनका भक्षण किया जाता है। सरोना का यह स्थान प्राचीन शिव मंदिर के कारण पूरे क्षेत्र में विख्यात है। स्थानीय निवासी ठाकुर जनक सिंह ने बताया कि, यह बहुत ही दुखद घटना है। कछुआ काफी पुराना था, मृत कछुए को पूरे सम्मान के साथ शिव मंदिर परिसर में दफना दिया गया है। वहीं उीनदयान उपाध्याय नगर थाना प्रभारी पृथ्वी दुबे ने बताया कि घटना की जानकारी पुलिस को नहीं दी गई है, वन विभाग को इसकी जानकारी है या नहीं इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता।


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