किसानों के 26 मई के राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन को 12 विपक्षी दलों का समर्थन

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देश के 12 मुख्य विपक्षी दलों ने एक संयुक्त बयान जारी करके 26 मई को संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा बुलाए गए देशव्यापी प्रदर्शन का समर्थन किया है।

केंद्र के तीन कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ आंदोलन कर रहे किसानों की मांग के छह महीने पूरे होने के मौक़े पर यह राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन संयुक्त किसान मोर्चा आयोजित कर रहा है। 

विपक्षी दलों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 12 मई को लिखे गए पत्र की याद दिलाई है। 

उन्होंने बयान में कहा है कि, हमारे लाखों अन्नदाताओं को महामारी का पीड़ित बनने से रोकने के लिए क़ानून वापस लें ताकि वे भारत की जनता का पेट भरने के लिए अनाज उगाना जारी रख सकें। 

उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की है कि वह अपना ज़िद्दी रवैया छोड़कर किसान संयुक्त मोर्चा से तुरंत बातचीत शुरू करे।

इस संयुक्त बयान पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, जेडीएस अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा, एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, डीएमके नेता एमके स्टालिन, जेएमएम नेता हेमंत सोरेन, नेशनल कॉन्फ़्रेंस प्रमुख फ़ारूक़ अब्दुल्ला, सपा प्रमुख अखिलेश यादव, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव, सीपीआई नेता डी राजा और सीपीएम नेता सीताराम येचूरी के हस्ताक्षर हैं।


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