मानसून पर ताउते-यास का प्रभाव नहीं, 31 मई को ही पहुंचेगा केरल

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भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने बृहस्पतिवार को कहा कि मानसून पर बंगाल की खाड़ी में आए दो चक्रवातों ताउते और यास से कोई प्रभाव नहीं पड़ा है और उसका तय समय से एक दिन पहले 31 मई को ही केरल पहुंचना तय लग रहा है।ताउते और यास के कारण देश के विभिन्न हिस्सों में मानसून के आगमन से पहले ही भारी बारिश दर्ज की गई है।

 आईएमडी ने कहा,दक्षिणपश्चिम मानसून मालदीव- कोमोरिन क्षेत्र के कुछ और हिस्सों में आगे बढ़ गया है। अब यह बंगाल की खाड़ी दक्षिण पश्चिम और पूवोत्तर हिस्से में प्रवेश कर चुका है। जबकि खाड़ी दक्षिणपूर्वी और पश्चिममध्य के कुछ हिस्से में यह 27 मई की सुबह ही पहुंच चुका था।

आईएमडी के मुताबिक, परिस्थितियां दक्षिणपश्चिमी मानसून के तय समय से पहले ही 31 मई तक केरल के ऊपर पहुंच जाने के पक्ष में बनी हुई हैं।

बता दें कि आमतौर पर केरल में मानसूनी बारिश 1 जून को शुरू होती है,जो देश में अधिकतर बारिश के लिए जिम्मेदार जून से सितंबर तक के चार महीने लंबे मानसूनी सीजन की शुरुआत मानी जाती है। आईएमडी ने इस साल सामान्य मानसूनी सीजन का अनुमान जारी किया है।


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