चीन के साथ विश्वास बहाली का स्वागत लेकिन हर स्थिति के लिए तैयार है भारत- सेना प्रमुख जनरल नरवणे

feature-top

चीन के साथ लद्दाख क्षेत्र में बने गतिरोध को लेकर भारतीय सेना के प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने कहा है कि भारत की उत्तरी सीमा पर ‘स्थिति नियंत्रण में है।और भारत वास्तविक नियंत्रण रेखा पर किसी भी "औचक घटना का जवाब देने के लिए तैयार है। मिडिया से बातचीत में उन्होंने कहा, "पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में अपने दावों पर टिके रहते हुए हम चीन के साथ पूरी मज़बूती से बात कर रहे हैं। हमारे जवान अहम क्षेत्रों पर नियंत्रण बनाए हुए हैं। किसी भी आकस्मिक घटना का जवाब देने के लिए हमारे पास पर्याप्त संख्या में ‘रिज़र्व बल’ है।

भारत और चीन की सेनाओं के बीच बीते साल जून में लद्दाख की गलवान घाटी में संघर्ष हुआ था।उसमें भारत के 20 जवान मारे गए थे। इस साल फ़रवरी में चीन ने जानकारी दी थी कि संघर्ष में उसके पाँच जवानों की जान गई थी। तभी से दोनों देशों के बीच तनाव की स्थिति है। मामले को सुलझाने के लिए दोनों देशों के सैन्य अधिकारियों के बीच कई दौर की बातचीत हो चुकी है।

सेना प्रमुख जनरल नरवणे कहा कि भारत एलएसी (वास्तविक नियंत्रण रेखा)पर शांति चाहता है और विश्वास बहाली के उपाय करने को उत्सुक हैं. लेकिन 'हम किसी भी औचक घटना के लिए भी तैयार हैं।

उन्होंने कहा, "भारत और चीन के बीच कई सीमा समझौते हुए हैं जिनका पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (चीन की सेना) ने एकतरफ़ा तरीक़े से उल्लंघन किया है।

जनरल नरवणे ने कहा, भारतीय सेना इस बात को लेकर साफ़ है कि यथास्थिति में किसी एकतरफ़ा बदलाव को मंज़ूरी नहीं दी जाएगी।चीन केसी केसी साथ अगले दौर की बातचीत में अप्रैल 2020 की स्थिति बहाल करने पर ध्यान रहेगा।

उन्होंने कहा कि भारत की कोशिश होगी कि भरोसे की कमी बातचीत की प्रक्रिया में रोड़े नहीं अटकाए।


feature-top