संकट के सिपाही - खुद कैंसर से पीड़ित,फिर भी कोरोना मरीजों तक दवाएं पहुंचा रही हैं वीना

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स्वास्थ्य केंद्र पंतेहड़ा में कार्यरत कैंसर पीड़ित स्वास्थ्य कार्यकर्ता वीना कुमारी बिना छुट्टी 15 महीनों से कोविड मरीजों के लिए घर-द्वार सेवाएं दे रही हैं।बड़ी बात यह है कि महिला कार्यकर्ता के क्षेत्र की आबादी करीब चार हजार है। वह लोगों को कोरोना से बचने के लिए लगातार जागरूक कर रही हैं। दिन में आठ घंटे ड्यूटी देने के बाद आपात स्थिति में भी मरीज के घर दवाइयां देने जाती हैं। घुमारवीं उपमंडल के स्वास्थ्य केंद्र पंतेहड़ा में कार्यरत स्वास्थ्य कार्यकर्ता वीना कुमारी खुद भी कैंसर से पीड़ित हैं। 

उन्होंने लगभग पंद्रह महीनों से लोगों को कोविड के प्रति जागरूक किया है। उनके क्षेत्र में डेढ़ साल में 57 पॉजिटिव मामले सामने आए हैं। ये सभी मरीज होम आइसोलेशन में ही स्वस्थ हो गए हैं। वीना 12 सालों से सेवाएं दे रही हैं) वह घुमारवीं के गांव मैहरी की रहने वाली हैं।‌ कोरोना कर्फ्यू के दौरान बसें नहीं चल रही हैं तो वह किराये की गाड़ी कर लोगों का उपचार कर रही हैं। 

वीना ने कहा कि वह दो सालों से ज्यादा समय से कैंसर की बीमारी से जूझ रही हैं। कोरोना काल में एक भी छुट्टी नहीं ली। पंतेहड़ा केंद्र के अधीन 392 लोगों को घर-द्वार दवाएं उपलब्ध करवाने के साथ कोविड के नियमों के पालन करने के लिए भी लोगों को जागरूक किया। स्वास्थ्य कार्यकर्ता ने 1393 लोगों को वैक्सीन भी लगाई है। उधर, उपायुक्त रोहित जम्वाल ने कहा कि कोविड काल में बेहतर कार्य करने वाले कर्मचारियों को सम्मानित किया जाएगा। खुद इतनी बड़ी बीमारी से जूझते हुए दूसरों की जिंदगी बचाना सराहनीय हैं।


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