माफ़िया सरग़ना जिसकी एक ग़लती से पकड़े गए सैकड़ों अपराधी

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दुनिया भर में 800 से ज़्यादा संदिग्ध अपराधी अमेरिकी जाँच संस्था एफ़बीआई के बुने एक जाल में फँस गए और उन्हें गिरफ़्तार कर लिया गया।

ये एक अंतरराष्ट्रीय अभियान था जिसकी योजना ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका के अधिकारियों ने बनाई थी।

इसके लिए उन्होंने एक मेसेजिंग ऐप विकसित किया और धोखे से अपराधियों तक पहुँचाया और वो इसका इस्तेमाल करने लगे। 

अपराधी इस बात से अनजान थे कि वो जो भी चैट कर रहे हैं। उस पर पुलिस की नज़र है और ऐसे में पुलिस को उनकी ड्रग स्मगलिंग, मनी लॉन्डरिंग और मर्डर तक की योजनाओं का पता चल गया।

 ऑस्ट्रेलियाझं की पुलिस ने बताया है कि एफ़बीआई के बनाए इस मेसेजिंग ऐप को बहुत सारे अपराधियों तक पहुंचाया हकन अयिक ने, जो एक मोस्ट वांटेड माफ़िया सरगना है। अधिकारियों के मुताबिक अयिक को एक इंफ्लुएंसर की तरह इस्तेमाल किया गया. अंडरकवर एजेंट्स ने उन तक एक हैंडसेट पहुंचाया जिसे उन्होंने दूसरे लोगों से भी इस्तेमाल करने के लिए कहा।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने ऑस्ट्रेलियन मिडीया से कहा, अंडरवर्ल्ड में उनकी पहुंच को देखते हुए उनका चुनाव किया गया।वो एक टारगेट था जिस पर यकीन था कि वो इस प्लेटफॉर्म को दूसरे लोगों तक पहुंचाएगा.

खबरों के मुताबिक पिछले कई सालों से अयिक का ठिकाना तुर्की है।

कौन है अयिक?

42 साल के जोसेफ़ हकन अयिक के माता पिता तुर्की से आए थे और माना जाता है कि उनका बचपन ऑस्ट्रेलिया के सिडनी के पास के इलाकों में गुज़रा जहा नौकरीपेशा लोग रहते थे.

ऑस्ट्रेलिया का मीडिया उन्हें "द फ़ेसबुक गैंगस्टर" कहता है। क़रीब एक दशक पहले ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर अपनी महंगी लाइफ़स्टाइल के दिखावे को लेकर वो मीडिया में काफ़ी चर्चा में रहते थे. इसी दौरान उनपर कई गैंग से जुड़े होने और ड्रग्स का नेटवर्क चलाने के भी आरोप लगे।  हेरोइन स्मगलिंग के एक मामले में पुलिस द्वारा मुख्य अभियुक्त बनाए जाने के बाद से वो देश से बाहर हैं। 2010 में साइप्रस में कुछ समय के लिए उन्हें गिरफ़्तार किया गया लेकिन जमानत मिलने के बाद वो गायब हो गए। ऑस्ट्रेलिया में उनका नाम मोस्ट वॉन्टेड की लिस्ट में शामिल है।


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