चीन को लेकर नाटो प्रमुख स्टोल्टेनबर्ग ने दी चेतावनी

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नाटो महासचिव जेंस स्टोल्टेनबर्ग ने पश्चिमी गठबंधन के लिए समर्थन बढ़ाने के लिए इसके सदस्य देशों से चीन के उदय का जवाब देने को कहा है। 

बेल्जियम में शिखर सम्मेलन के बाद जारी किए गए एक संयुक्त बयान में कहा गया है कि चीन का बर्ताव एक "व्यवस्थित चुनौती" है। 

महासचिव जेंस स्टोल्टेनबर्ग ने कहा कि नाटो का यह शिखर सम्मेलन बैठक गठबंधन के लिए बेहद महत्वूर्ण था। 

सत्ता में आने के बाद राष्ट्रपति जो बाइडन की यह पहली नाटो बैठक है।

 नाटो 30 यूरोपीय और उत्तर अमेरिकी देशों के बीच एक ताक़तवर राजनीतिक और सैन्य गठबंधन है। इसकी स्थापना द्वितीय विश्व युद्ध के बाद सोवियत संघ के विस्तार के जवाब में किया गया था। 

हाल के वर्षों में, इसके उद्देश्य और फंडिंग को लेकर बहस के चलते गठबंधन में तनाव देखा गया। यह तनाव अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जब इसके अध्यक्ष थे उस दौरान बढ़ गया। 

अमरीका नेटो के ख़र्च का 70 फ़ीसद भार अकेले उठाता है। ट्रंप ने इसी को लेकर सवाल उठाए थे। 

ट्रंप ने कहा था कि यदि किसी नेटो सदस्य देश पर हमला होता है और उसने अपने हिस्से की राशि नहीं चुकाई हो तो अमरीका उसकी मदद के लिए सामने आने से पहले सोचेगा.

लेकिन इसके विपरीत, राष्ट्रपति जो बाइडन ने 72 साल पुराने इस गठबंधन के लिए अमेरिकी समर्थन को फिर कायम करने की बात की है।

सोमवार को स्टोल्टेनबर्ग ने कहा कि चीन आर्थिक, सैन्य और तकनीकी क्षमताओं में नाटो के क़रीब आ रहा है।


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