ममता हिंसा पर ख़ामोश, धनखड़ का आरोप; टीएमसी बोली इसराइल और फ़लस्तीन जैसा दिखाना चाहते हैं

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राज्यपाल जगदीप धनखड़ और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी के बीच आरोप- प्रत्यारोप का दौर जारी है। 

आरोपों की नई बौछार मंगलवार को हुई।राज्यपाल धनखड़ ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिखकर प्रदेश में क़ानून व्यवस्था की स्थिति को दुरुस्त करने को कहा। 

वहीं, सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस ने आरोप लगाया कि राज्यपाल प्रदेश की सही तस्वीर पेश नहीं कर रहे हैं। वो राज्य की स्थिति को ‘फ़लस्तीन और इसराइल के बीच हुई जंग" जैसा बताने की कोशिश में हैं। 

राज्यपाल धनखड़ से सोमवार को बीजेपी के विधायकों ने मुलाक़ात की थी और क़ानून व्यवस्था का मुद्दा उठाया था।राज्यपाल से मिलने के लिए बीजेपी के करीब 50 विधायक पहुंचे थे। इस मुलाक़ात के बाद बीजेपी के बाकी विधायकों का राज्यपाल से मिलने नहीं जाने का मुद्दा बड़ी अटकल की वजह बन गया था। 

हालांकि, राज्यपाल धनखड़ ने शुभेंदु अधिकारी की अगुवाई में पहुंचे प्रतिनिधिमंडल से कहा था कि वो प्रदेश में क़ानून- व्यवस्था की स्थिति से वाकिफ हैं, उन्होंने इसी क्रम में मंगलवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को दो पन्ने का पत्र लिखा और इसे ट्विटर पर पोस्ट भी किया। 

राज्यपाल धनखड़ ने ट्विटर पर लिखा, "ममता बनर्जी को बताया कि चुनाव के बाद की हिंसा पर चुप्पी और कोई कदम नहीं उठाया जाना, मानवाधिकारों और महिलाओं के सम्मान पर हमला,संपत्ति को नुक़सान पहुंचाया जाना, विपक्ष के नेताओं का लगातार उत्पीडन उत्पीड़न लोकतंत्र के लिए सही नहीं है। उधर, ममता बनर्जी की पार्टी ने भी राज्यपाल पर पलटवार किया. समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक टीएमसी ने आरोप लगाया, “राज्यपाल जगदीप धनखड़ एक ऐसी तस्वीर पेश करने की कोशिश कर रहे हैं जैसे राज्य में वैसी जंग चल रही है जैसे फ़लस्तीन और इसराइल के बीच हुई थी.” तृणमूल कांग्रेस के नेता पहले भी राज्यपाल की भूमिका पर सवाल उठाते हुए उन पर आरोप लगाते रहे हैं.


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