चिराग समर्थकों का पटना में हंगामा, बाग़ी सांसदों पर बिफ़रे, नीतीश पर भी निशाना

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लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद चिराग पासवान के समर्थन में मंगलवार को पार्टी के पटना मुख्यालय में जमकर हंगामा हुआ।

चिराग पासवान के समर्थकों ने पार्टी के पांच सांसदों के खिलाफ खुलकर मोर्चा खोल दिया और कार्यालय में लगे पोस्टर और बैनरों में लगे सांसद पशुपति नाथ पारस, महबूब अली कैसर, प्रिंस राज, वीणा सिंह और चंदन सिंह की तस्वीरों पर कालिख पोत दिया.

इसके पूर्व उन्होंनें पार्टी कार्यालय में सांसद पशुपति नाथ पारस का पुतला भी फूँका. एलजेपी के प्रदेश प्रवक्ता अमर आज़ाद ने पूरे घटनाक्रम को एक साज़िश बताया.

उन्होंने कहा, " मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने चिराग पासवान के परिवार को मिलाकर कटप्पा और विभीषण की तरह काम किया है. हमारे नेता चिराग हैं और आगे भी रहेंगे. अगर कोई दिक्कत थी ती उनको चिराग जी से बात करनी चाहिए थी, लेकिन उनको ही उलटे बेइज़्ज़त किया गया. रामविलास पासवान ने जिस पार्टी को खून पसीना बहाकर सींचा उसे ही बर्बाद करने में लग गए. दलित- पासवान के नेता पहले रामविलास पासवान थे और अब चिराग पासवान हैं. राज्य के दलित चिराग जी के साथ हैं उनके लिए जान देने के लिए तैयार हैं

". उधर छात्र एलजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजीव सरदार ने कहा कि चिराग पासवान जी को न्याय दिलाने के लिए ही हमलोगों ने धोखेबाजों के चेहरे पर कालिख पोती है.💆 उन्होंने कहा, "रामविलास पासवान के सपनों को चिराग पासवान ही आगे ले जा सकते हैं. जो भी आज सांसद बने हैं वे चिराग पासवान की बदौलत हैं. हम लोग चिराग पासवान के साथ थे और आगे भी रहेंगे."

सोमवार को पार्टी में फूट के सतह पर आने के एक दिन बाद चिराग पासवान गुट ने पाँचों बाग़ी सांसदों को निष्कासित कर दिया.

वहीं चिराग पासवान के चाचा और पार्टी संस्थापक रामविलास पासवान के भाई पशुपति कुमार पारस के गुट ने चिराग पासवान को अध्यक्ष पद से हटा दिया।

दिल्ली में ही राष्ट्रीय कार्यकारिणी कीबैठक कर पारस गुट ने पूर्व सांसद सूरजभान सिंह को पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष बनाने का एलान किया.। 

साथ ही ये चर्चा है कि आगामी चार- पांच दिनों के अंदर राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होगा

 


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