नताशा, तन्हा जेल से बाहर आकर बोले- जारी रहेगा संघर्ष, हाई कोर्ट को कहा- शुक्रिया

feature-top

स्टूडेंट एक्टिविस्ट नताशा नरवाल और आसिफ़ इक़बाल तन्हा ने जमानत पर जेल से रिहा होने के बाद कहा है कि उनका "संघर्ष आगे भी जारी रहेगा" 

वहीं, देवांगना कलिता ने सरकार पर तीखा हमला बोला है और कहा है कि सरकार लोगों की "आवाज़ दबाने की कोशिश कर रही है।

दिल्ली हाई कोर्ट ने मंगलवार को इनकी जमानत मंजूर की थी। लेकिन उस दिन इनकी रिहाई नहीं हो सकी. करीब दो दिन बाद गुरुवार को दिल्ली की एक और कोर्ट ने तीनों को तुरंत रिहा करने का आदेश दिया और शाम को इनकी रिहाई हुई।

इन्हें दिल्ली में बीते साल फरवरी में हुए दंगों के मामले में अभियुक्त बनाया गया था। इनकी गिरफ़्तारी पिछले साल मई महीने में हुई थी। 

नताशा नरवाल ने तिहाड़ जेल से रिहा होने के बाद कहा, जमानत मिलने पर हमें बहुत खुशी हुई। बीते कई महीनों से हम भरोसा नहीं कर पा रहे थे कि हम ऐसे आरोप में जेल में बंद हैं। 

नताशा ने दावा किया कि जेल के अंदर उन्हें जबरदस्त समर्थन मिला। 

उन्होंने कहा, जेल में हमें भरपूर समर्थन मिला।हम अपना संघर्ष जारी रखेंगे 

जेल के एक अधिकारी के मुताबिक नताशा और देवांगना को शाम सात बजे रिहा किया गया।

जेल से बाहर आने के बाद देवांगना ने कहा,"सरकार असहमत लोगों की आवाज़ दबाने की कोशिश कर रही है। 

देवांगना ने भी दावा किया कि उन्हें लोगों का भरपूर समर्थन मिला।उन्होंने जमानत देने के लिए दिल्ली हाई कोर्ट को शुक्रिया कहा। 

वहीं, आसिफ़ इक़बाल तन्हा ने कहा कि उन्हें भरोसा था कि वो एक दिन जेल के बाहर जरूर आएंगे।

तन्हा ने कहा, सीएए, एनआरसी और एनपीआर के ख़िलाफ़ उनका संघर्ष जारी रहेगा। दिल्ली पुलिस ने इन तीनों को मिली जमानत को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है.


feature-top