ईरान: इब्राहीम रईसी के बाद कट्टरवादी ग़ुलामहुसैन बने न्यायपालिका प्रमुख

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ईरान में मानवाधिकारों पर संयुक्त राष्ट्र के अन्वेषक ने 1988 में हजारों राजनीतिक कैदियों को दी गई मौत की सज़ा और उप-अभियोजक के रूप में रईसी की भूमिका की स्वतंत्र जांच की मांग की है।

संयुक्त राष्ट्र के जावेद रहमान ने मिडीया को बताया,'मैंने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि मानवाधिकारों के घोर उल्लंघन के लिए देश में व्यापक और प्रक्रियागत तरीक़े छूट मिली हुई है

 ईरान उस पर लगे मानवाधिकारों के उल्लंघन के आरोपों को खारिज करता आया है. उसका कहना है कि ये आलोचना इस्लामिक का़नूनों की ठीक से समझ ना होने के कारण है

ईरान का कहना है कि उसकी क़ानून प्रणाली स्वतंत्र है ना कि किसी राजनीतिक हित से प्रभावित है.

वहीं मानवाधिकार संस्था एमेस्टी इंटरनेशनल और ह्यूमन राइट्स वॉच ने पिछले महीने कहा था कि रईसी का चुनाव जीतना, देश में मानवाधिकारों के लिए एक झटका है।


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