गुना में 3 पुलिसकर्मियों की हत्या में बड़ा खुलासा

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गुना के आरोन में शिकारियों और पुलिस से बीच हुई मुठभेड़ में नया खुलासा हुआ है। शिकारियों ने बारातियों के स्वागत के लिए काले हिरण और मोर का शिकार किया था। दरअसल, पुलिस फायरिंग में मारे गए नौशाद की भतीजी का आज निकाह था। जिसमें मेहमानों को मीट परोसा जाना था। उसी के लिए शिकारियों ने काले हिरनों का शिकार किया था। रात में इन्हें लाते समय उनकी पुलिस से मुठभेड़ हो गई। जिसमें नौशाद नाम के आरोपी मारा गया। वहीं तीन पुलिसकर्मियों की भी मौत हो गई थी। पुलिस ने इस मामले में अभी तक कोई आधिकारिक गिरफ्तारी नहीं बताई है। सूत्र बता रहे हैं कि पुलिस ने करीब 13 लोगों को हिरासत में लिया है। वहीं जंगल में बड़ी मुठभेड़ की खबर आ रही है।

मुठभेड़ में पुलिस टीम में शामिल ड्राइवर गंभीर रूप से घायल है। घटना शनिवार तड़के 3 से 4 बजे के बीच की बताई जा रही है। पुलिस की जवाबी फायरिंग में शिकारी नौशाद मेवाती मारा गया। SI राजकुमार जाटव के हाथ में गोली लगने के बाद भी उन्होंने कई राउंड फायर किए।

घटना को लेकर मुख्यमंत्री ने उच्चस्तरीय बैठक बुलाई है। घटनास्थल पर देरी से पहुंचने पर ग्वालियर के IG अनिल शर्मा को हटा दिया गया है। मध्यप्रदेश सरकार ने तीनों पुलिसकर्मियों के परिवार को 1-1 करोड़ का मुआवजा देने का ऐलान किया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अपराधियों की पहचान हो गई है। पुलिस फोर्स को भेजा गया है। जवाबी एक्शन के लिए पुलिस को फ्री हैंड दिया गया है। इसके बाद ताबड़तोड़ दोपहर में प्रशासन ने आरोपियों के घर को बुलडोजर से ढहा दिया।

SP राजीव कुमार मिश्रा का कहना है कि सगा बरखेड़ा की तरफ से बदमाशों के जाने की सूचना मिली थी। इनकी घेराबंदी के लिए 3-4 पुलिस टीम लगाई गई थीं। शहरोक के जंगल में 4-5 बाइक से बदमाश जाते हुए दिखे। पुलिस ने घेराबंदी की तो उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की। हमले में सब इंस्पेक्टर राजकुमार जाटव, आरक्षक नीरज भार्गव और आरक्षक संतराम ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। शिकारियों के पास से पांच हिरण और एक मोर के अवशेष जब्त किए हैं।

 


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