नशा तस्करों के तार सीमा पार, 27 महीने में 9650 करोड़ की हेरोइन भेजी

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कंगाली की मार झेल रहे पाकिस्तान ने आतंकवाद को जिंदा रखने के लिए सारा जोर नशा तस्करी पर लगा दिया है। अफगानिस्तान से हेरोइन लेकर जम्मू कश्मीर भेजी जा रही है। इसके लिए नशा तस्करों से मोटी रकम लेकर आतंकियों के लिए पैसा जमा किया जा रहा है। हजारों करोड़ रुपये की हेरोइन पिछले ढाई साल में पकड़ी गई है। जो इस बात का सबूत है कि किस कदर पाकिस्तान आतंकियों के लिए नशा तस्करी से जुटा रहा है। इसके लिए ड्रोन और सुरंगों तक का इस्तेमाल किया जा रहा है।

जानकारी के अनुसार पिछले ढाई साल में 9650 करोड़ रुपये की हेरोइन जम्मू कश्मीर में नशा तस्करों, आतंकियों से बरामद की गई। यह हेरोइन सुरंग से भी आई, ड्रोन से भी और एलओसी से भी। 2020 में 128 किलो और 2021 में 198 किलो हेरोइन पकड़ी गई, जबकि वर्ष 2022 के पहले तीन माह में 60 किलो हेरोइन पकड़ी गई है। पिछले ढाई सालों को जोड़ दिया जाए तो 386 किलो हेरोइन बरामद की गई है। इस हेरोइन की अंतरराष्ट्रीय मार्केट में कीमत 9650 करोड़ रुपये बनती है, क्योंकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में प्रति किलो हेरोइन की कीमत 5 करोड़ रुपये तक है। 

अंदाजा लगाया जा सकता है कि यदि इतनी बड़ी रकम की हेरोइन पकड़ ली गई तो ऐसी कितनी हेरोइन होगी, जो पकड़ी नहीं जाती। यही नहीं प्रदेश में नशा तस्करी में शामिल लोगों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। जानकारी के अनुसार वर्ष 2020 में नशा तस्करी के 1228 मामले दर्ज हुए, इनमें 1812 लोगों को गिरफ्तार किया गया। वर्ष 2021 में मामले दर्ज होने का आंकड़ा 1228 से बढ़कर 1687 हो गया जबकि गिरफ्तार होने वाले आरोपियों की संख्या 1812 से बढ़कर 2369 हो गई ।


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