ओप्पो, वीवो और शाओमी ने की 7259 करोड़ की कर चोरी, नोटिस के बाद 512 करोड़ जमा कराए

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चीन की मोबाइल फोन कंपनियों ओप्पो, वीवो और शाओमी ने करीब 7,259 करोड़ रुपये की कर चोरी की है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को राज्यसभा में बताया कि राजस्व आसूचना विभाग (डीआरआई) की तरफ से बार-बार नोटिस दिए जाने के बाद इन कंपनियों ने 512.46 करोड़ रुपये जमा कराए हैं।

वित्त मंत्री ने बताया कि डीआरआई ने ओप्पो के खिलाफ 4,389 करोड़ रुपये के सीमा शुल्क के लिए नोटिस जारी किया है। अनुमान है कि इसमें 2,981 करोड़ की कर चोरी हुई है, जबकि 1,408 करोड़ रुपये की सीमा शुल्क की चोरी आयातित उत्पादों का कम मूल्यांकन कर की गई है। नोटिस के बाद ओप्पो ने 450 करोड़ जमा कराए हैं।

राज्यसभा : शाओमी पर 653 करोड़, वीवो पर 2,217 करोड़ की देनदारी वित्त मंत्री ने बताया, शाओमी पर करीब 653 करोड़ रुपये की सीमा शुल्क देनदारी है, जिसमें से उसने सिर्फ 46 लाख रुपये जमा कराए हैं। वीवो ने 2,217 करोड़ की कर चोरी की है, जिसमें से 60 करोड़ जमा कराए हैं। ईडी की नजर उन 18 कंपनियों पर भी है, जो वीवो ने स्थापित की थीं।

तीन साल में 117 चीनी नागरिक निष्कासित

2019 से 2021 के बीच चीन के 81 नागरिकों को भारत छोड़ने का नोटिस दिया गया और 117 को निष्कासित किया गया। वहीं, 726 चीनी नागरिकों को वीजा संबंधी व अन्य गैरकानूनी गतिविधियों के चलते प्रतिकूल सूची में रखा गया है। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने लोकसभा में यह जानकारी दी।


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