श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की तिथि को लेकर कोई नहीं है विवाद, 19 को मनेगा पर्व

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राजधानी में रक्षाबंधन की तरह श्रीकृष्ण जन्माष्टमी को लेकर कोई विवाद नहीं है। सभी मंदिर और धार्मिक संगठनों ने एक ही दिन 19 अगस्त शुक्रवार को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाने का निर्णय लिया है। कोरोना महामारी के चलते दो साल बाद धूमधाम से जन्माष्टमी मनाने की तैयारी जोरों पर है।

राजधानी के प्रसिद्ध लक्ष्मी नारायण मंदिर ने 19 अगस्त को जन्माष्टमी मनाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। इसके अलावा ईस्ट ऑफ कैलाश, पंजाबी बाग व द्वारका स्थित ईस्कॉन मंदिर में भी जोर शोर से तैयारी चल रही है। मंदिरों को फूलों से सजाया जाएगा। दिव्य ज्योति जागृति संस्थान द्वारका सेक्टर-10 स्थित डीडीए ग्राउंड में जन्माष्टमी महोत्सव का आयोजन करेगी।।। बृहस्पतिवार व शुक्रवार को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे। श्रीकृष्ण की झांकियां, मटकी फोड़ लीलाएं और भजन संकीर्तन, श्रीकृष्ण के जीवन घटनाओं पर आधारित रोमांचक संगीतमय नाटकों और ज्ञानवर्धक आध्यात्मिक प्रवचनों का अनूठा समावेश प्रस्तुत किया जाएगा।

ऐतिहासिक झंडेवाला देवी मंदिर, श्रीराम हनुमान वाटिका मंदिर, जगतपुर स्थित राधा कृष्ण समेत अन्य मंदिरों में भी तैयारी चल रही है। मंदिरों और विभिन्न संस्थाओं द्वारा जन्मोत्सव समारोहों के आसपास भव्य तोरणद्वार बनाए जा रहे हैं। मंदिरों में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पाइपों एवं बल्लियों के माध्यम से लाइन बनाई जा रही है।


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