मस्तूरी में सौ साल पुरानी बेशकीमती भांवर गणेश की मूर्ति चोरी, पुजारी को बंधक बनाकर वारदात

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बिलासपुर : जिले के मस्तूरी थाना क्षेत्र में चोरी की बड़ी वारदात सामने आई है. ग्राम पंचायत इटवा पाली के अरपा नदी तट पर स्थित अति प्राचीन भांवरगणेश की मूर्ति चोरी हो गयी है. बीती रात 100 साल पुराने प्रसिद्ध प्राचीन भांवर गणेश मंदिर से बेशकीमती ग्रेनाइट मूर्ति की चोरी की गई है.

दरअसल मस्तूरी क्षेत्र में मूर्ति चोरी का यह नया मामला नही है. इससे पहले 2003 में इसी मूर्ति को चोर चोरी करके ले गए थे. कुछ समय पहले भी मस्तूरी क्षेत्र के देवकिरारी गांव में ब्रम्हा जी की मूर्ति चोरी हुई थी. उन चोरों और ब्रम्हा जी की मूर्ति की तलाश पुलिस सरगर्मी से कर रही थी. इसी दौरान साल 2004 में पुलिस को सूचना मिली कि ब्रम्हा जी की मूर्ति को चोर बिलासपुर के सिरगिट्टी होते हुए बाहर ले जाने वाले है. पुलिस ने बीईसी फर्टिलाइजर के पास घेराबंदी कर चोरों को पकड़ा. लेकिन ब्रम्हा जी की मूर्ति के बजाय चोरों से भांवर गणेश जी की मूर्ति बरामद हुई. इसके बाद 2007 में फिर इसी मूर्ति को चोरों ने चोरी किया.लेकिन कुछ दिनों बाद खुद चोरों ने ही मंदिर में इसकी स्थापना की. 2016 में भी चोरी की असफल प्रयास किया गया था जिसमें दान पेटी और मूर्ति के कान वाले हिस्से को तोड़कर ले गए थे.

इस बार यह चोरी की घटना गुरुवार की देर रात 1 से 2 बजे की आस पास की बताई जा रही है. चोरी के दौरान चोरों ने मंदिर के पुजारी महेश केवट को बंधक बनाकर चोरी की घटना को अंजाम दिया. शुक्रवार की सुबह जब ग्रामीण मंदिर में पूजा पाठ के लिए मंदिर के अंदर जाकर देखा तो वो चौंक गए. क्योंकि चोरों ने पुजारी को टेप से बांधा था और मंदिर में मूर्ति नहीं थी. जिसकी सूचना ग्रामीणों ने दूसरे लोगों को दी.


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