संघ के सह सरकार्यवाह बोले- तिरस्कार के सहारे भारत जोड़ो यात्रा नहीं होगी सफल

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राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सह सरकार्यवाह डा. मनमोहन वैद्य ने कहा कि तिरस्कार के सहारे भारत यात्रा सफल नहीं होगी। कांग्रेस के ट्वीट पर मनमोहन वैद्य ने कहा, राहुल गांधी के पिता और दादा ने भी संघ को रोकने की कोशिश की, पर सफल नहीं हुए। उन्होंने कहा कि नफरत कांग्रेस ने पाल रखा है। संघ पर प्रतिबंध लगाया। इसके बाद भी संघ बढ़ता रहा है। इससे उनकी नफरत दिखाई पड़ रही है।

संघ का गणवेश बदल गया यह भी उनके ध्यान में नहीं है। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के बारे में सह सरकार्यवाह डा. वैद्य ने कहा कि भारत को जोड़ने का काम जो भी करेगा वो अच्छा है, लेकिन तिरस्कार के साथ जोड़ा जाएगा वो ठीक नहीं है। हिन्दू राष्ट्र को लेकर कहा कि समाज तो हिन्दू है, ये समाज को तय करना है।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा रायपुर के चंद्रखुरी स्थित कौशल्या माता मंदिर और गौठान देखने के लिए आमंत्रित किए जाने पर कहा कि कहां और किसे समर्थन दिया। मुझे तो आमंत्रण नहीं मिला है।

डा. मनमोहन वैद्य ने बताया कि संघ की बैठक में भारत को जोड़ने पर चर्चा हुई है। भारत में स्व का मतलब है सभी समाज को जोड़ना। देश में विविधता के बाद भी एकता है। एक नये भारत का अनुभव हुआ। नई भारतीय मानक बनने चाहिए। कृषि शिक्षा में नया परिवर्तन करना होगा।

2017 से 2021 तक सवा लाख लोगों ने आरएसएस से जुड़ने निवेदन किया है। जनसंख्या नियंत्रण पर संघ ने प्रस्ताव पारित किया है। जिसमें युवा हाथों की जरूरत है। संसाधनों का उपभोग भी हो। 50 साल के लिए जनसंख्या नीति बननी चाहिए। 2022 में 90 हजार लोग और संघ में जुड़े हैं।

राजधानी रायपुर के श्री जैनम मानस भवन रायपुर में चल रही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय समन्वय बैठक- 2022 के समापन के अवसर पर वैद्य ने प्रेसवार्ता में यह बात कही। उन्होंने कहा किभारत में शुरुआत से आध्यात्मिक स्वतंत्रता रही है। विविध विचारो को साथ लेकर चलने से भारत की पहचान बनी है। भारत देश का राज्य के अलावा अलग अस्तित्व है। दुनिया में कहीं कोरोनाकाल में सरकारी मशीनरी के अलावा लोगो ने काम नहीं किया। भारत अकेला देश है जहां लोगों ने अपनी जान का खतरा होते हुए भी सहयोग किया।


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