सरकार ने बंद की कोविड टीकों की खरीदारी, बचे हुए 4237 करोड़ रुपए वित्त मंत्रालय को वापस

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कोरोना वायरस के कम होते मामले और टीका लगवाने वाले लोगों में कमी को देखते हुए केंद्र सरकार अब से और कोविड-19 टीकों की खरीदी नहीं करेगी। स्वास्थ्य मंत्रालय ने साल टीकों की खरीदारी के लिए आवंटित 4237 करोड़ रुपए (वर्ष 2022-23 में टीककरण के लिए आवंटित बजट का करीब 85 फीसदी) वित्त मंत्रालय को वापस कर दिए हैं। सूत्रों के मुताबिक, 1.8 करोड़ से अधिक टीके की खुराकें अभी भी केंद्र और सरकार के स्टोरेज हाउस में मौजूद हैं, जो कि अगले छह महीने तक टीकाकरण अभियान चलाने के लिहाज से पर्याप्त हैं।

सूत्रों ने कहा कि कोविड-19 के मामले घटने के कारण टीका लगवाने वाले लोगों की संख्या में कमी आई है। यदि सरकार के पास टीका खत्म हो जाता है, तो भी यह बाजार में उपलब्ध होगा। एक अधिकारी ने कहा, 'छह महीने बाद कोई निर्णय लिया जाएगा कि टीकों की खरीद सरकारी माध्यम से की जाए या इस उद्देश्य के लिए बजट आवंटित किया जाए, लेकिन यह निर्भर करेगा कि उस समय देश में कोरोना वायरस की स्थिति क्या है।'


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